मुसाफिर की तलाश
सफर की बात हुईं तो देखू में खुद के अंदर
तलाश उस वक्त की, जो खो गया कही मेरे अंदर !
कोनसा रास्ता कोन बताए ,
काफिला रुके तो कोई बात समझाए !
अजीब से कसती में सवार, चल पड़ा में बन सिकंदर !
घर छोड़ा, छोड़ा शहर, बन...
तलाश उस वक्त की, जो खो गया कही मेरे अंदर !
कोनसा रास्ता कोन बताए ,
काफिला रुके तो कोई बात समझाए !
अजीब से कसती में सवार, चल पड़ा में बन सिकंदर !
घर छोड़ा, छोड़ा शहर, बन...