तनहा दिल
#इंतज़ार
कितना इंतज़ार किया अब साथ आजा जानम
युगों की प्यास फिर भी है ख़ास आस ऐ साजन
तूने दिल की धड़कनों में सांस द्वारा पत्र लिखा
खत पैगाम बेइंतेहा मोहब्बत-ए-आलम सखा
श्रीकृष्ण की मुरली राधा अधूरा संगम हम तुम
सूरज की किरण चन्द्रमा सुगंध सितारा तरन्नुम
कुसुम की...
कितना इंतज़ार किया अब साथ आजा जानम
युगों की प्यास फिर भी है ख़ास आस ऐ साजन
तूने दिल की धड़कनों में सांस द्वारा पत्र लिखा
खत पैगाम बेइंतेहा मोहब्बत-ए-आलम सखा
श्रीकृष्ण की मुरली राधा अधूरा संगम हम तुम
सूरज की किरण चन्द्रमा सुगंध सितारा तरन्नुम
कुसुम की...