अधुरा विसाल
विसाल कहाँ चाहते है
रहा करो तुम एहसासो मे....
तूम हमे भुला दो मगर
कभी आया करो यादों मे....
हकिकत मे ना सही
कभी मिला करो खयालों मे....
युँ तो हर शब होती स्याह है
दिखो कभी सितारो मे....
पुछती है तनहा राते
हम कहाँ है तुम्हारी ख्वाबो मे....
जवाबों मे ना सही
रहा करो तुम सवालों मे....
© संदीप देशमुख
रहा करो तुम एहसासो मे....
तूम हमे भुला दो मगर
कभी आया करो यादों मे....
हकिकत मे ना सही
कभी मिला करो खयालों मे....
युँ तो हर शब होती स्याह है
दिखो कभी सितारो मे....
पुछती है तनहा राते
हम कहाँ है तुम्हारी ख्वाबो मे....
जवाबों मे ना सही
रहा करो तुम सवालों मे....
© संदीप देशमुख