छुपे लफ्जों की कहानी..!!
लिखावट के पीछे ;
किसी के हालात क्या है ..
नहीं समझ सकते हम
पर बस वो कलमकार जानता है ..!
उलाहने देना आसान है जिंदगी में;
पर उसका फर्क कितना सहा...
बस वो जानता है ..!!
'उम्मीदें लगाना छोड़ दिया '
कहना सहल लगता है..
पर एक शख्स के लौटने की आरज़ू वर्षों कर...
किसी के हालात क्या है ..
नहीं समझ सकते हम
पर बस वो कलमकार जानता है ..!
उलाहने देना आसान है जिंदगी में;
पर उसका फर्क कितना सहा...
बस वो जानता है ..!!
'उम्मीदें लगाना छोड़ दिया '
कहना सहल लगता है..
पर एक शख्स के लौटने की आरज़ू वर्षों कर...