...

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कि जब से तू मिल गई है ❤️
ज़िंदगी को ज़िंदगी मिल गई है
कि जब से तू मुझे मिल गई है

मैंने दुनिया में उसको नहीं
उसमें अपनी दुनिया देखी है
न देखा मैंने किसी और को
जबसे तस्वीर उसकी देखी है

चैन मेरी आंखों को आता है
जब सुकून से वो सो जाती है
उगता है मेरे दिन का सूरज
जब वो सुबह आंखें खोलती है

वो आई ज़िंदगी में इस कद्र कि
ज़िंदगी को जीने का इशारा मिल गया
इस बेजान पड़ी सी लाश को
फिर से सांसों का सहारा मिल गया

इस भटकते राहगीर को अब
तेरे दिल की महफ़िल मिल गई है
तू जो दिखा राह में मुझे चलते चलते
मुझे मेरे सफ़र की मंज़िल मिल गई है

तेरे होने से ही मेरा होना है
तेरे होने से खुशी में बरकत हुई है
तू जो बस गया है दिल में मेरे
गुमशुदा दिल में फिर हरकत हुई है

तुझे चाहा है हमेशा चाहते रहूंगा
जितनी मोहब्बत मेरे दिल में भरी है
न छोडूंगा तेरा साथ कभी किसी मोड़ पे
ज़िंदगी तेरे नाम है जितनी भी बची है

ज़िंदगी को ज़िंदगी मिल गई है
कि जब से तू मुझे मिल गई है ❤️


© विकास - Eternal Soul✍️