माँ...
मुक्कमल होना था मुझे..
माँ की गोद में,
जा के मस्सरुफ हो गया ।
फकत् आँचल ही पकङा था माँ का
हथेली में मेरे सारा आसमान आ गया ।
ये धूप मुझे जलाने चले...
माँ की गोद में,
जा के मस्सरुफ हो गया ।
फकत् आँचल ही पकङा था माँ का
हथेली में मेरे सारा आसमान आ गया ।
ये धूप मुझे जलाने चले...