...

14 views

प्यार और खूबसूरती
सुना है हमनें लोगों से ये थी लैला सियह-फाम,
फिर भी मजनूँ दीवाना उसका था उसपर क़ुर्बान,
खुदा ने बख्शा है तुझे नूर चाँद सा बदन सोने सा,
फिर कैसे न हो शायर तेरा दीवाना तुझपर क़ुर्बान,

बेख़बर है शायर तेरी सीरत से पर करता यकीं है,
जैसा रंग तेरा चाँदी सा वैसी ही पाक तेरी सीरत,
लूट गया शायर तेरे चेहरे पर तेरी मुस्कुराहट पर,
हो गया तेरा मुरीद बन गई तू जीने का मक़सद,

© feelmyrhymes {@S}