नारी जीवन
सादगी सी सूरत लिए, अपनेपन् की मूरत से,
जो समाज् को संभालती है , और आत्मसम्मान की माँग में सामने खङी हो जाती है ,,
वहीं नारी कहलती है,,
दुनिया ने पुरुषो का प्रोत्साहन बढ़ाया ,और नारी को हर बार घर बैठाया,उस पर इंसानियत का भी फ़र्ज़ नहीं निभाया,नारी को बहुत सताया,,
नारी को अब शीश् ...
जो समाज् को संभालती है , और आत्मसम्मान की माँग में सामने खङी हो जाती है ,,
वहीं नारी कहलती है,,
दुनिया ने पुरुषो का प्रोत्साहन बढ़ाया ,और नारी को हर बार घर बैठाया,उस पर इंसानियत का भी फ़र्ज़ नहीं निभाया,नारी को बहुत सताया,,
नारी को अब शीश् ...