#औकात
"तू कुछ नही है!"
लोग यही कह
अक्सर ही
औकात बताते हैं मेरी।
पूरा अरसा बीतने को है
जब अपनी तारीफ सुना था
अब तो हर बात पे
सौ बात सुन रहा हूँ।
आलोचनाएँ एक बेरोजगार को छन्नी कर देतीं हैं।
© prabhat
लोग यही कह
अक्सर ही
औकात बताते हैं मेरी।
पूरा अरसा बीतने को है
जब अपनी तारीफ सुना था
अब तो हर बात पे
सौ बात सुन रहा हूँ।
आलोचनाएँ एक बेरोजगार को छन्नी कर देतीं हैं।
© prabhat