मुशिकल है बेहद
हाँ शायद जताना मुशिकल है बेहद
बताना मुश्किल है अहमियत
औरो से कह भी दे शायद
मगर कह पाना मुश्किल है बेहद
कितनी है जरूरत,
क्या है अहमियत
'जरूरी' है मौजूदगी ।
मगर इकरार और एतबार दोनो मुश्किल है बेहद
इसलिए कर देते है नज़रअंदाज
या होती है हिचकिचाहट
औरो से कह भी दे...
बताना मुश्किल है अहमियत
औरो से कह भी दे शायद
मगर कह पाना मुश्किल है बेहद
कितनी है जरूरत,
क्या है अहमियत
'जरूरी' है मौजूदगी ।
मगर इकरार और एतबार दोनो मुश्किल है बेहद
इसलिए कर देते है नज़रअंदाज
या होती है हिचकिचाहट
औरो से कह भी दे...