प्रकृति_ सौंदर्य
देखो_ देखो इन पंक्षियों को
गंतव्य पे अपने जा रहे हैं,
पंख फैलाए हवा को काटते
आसमां में उड़े जा रहें हैं।
नीला अंबर, अंबुद छाए
रवि किरण में समा रहे हैं,
पुष्प की कलियों को देखो
पंखुड़ी फैला रहें हैं।
बाग का वह कोना देखो
खुशबू से मदमंद हो...
गंतव्य पे अपने जा रहे हैं,
पंख फैलाए हवा को काटते
आसमां में उड़े जा रहें हैं।
नीला अंबर, अंबुद छाए
रवि किरण में समा रहे हैं,
पुष्प की कलियों को देखो
पंखुड़ी फैला रहें हैं।
बाग का वह कोना देखो
खुशबू से मदमंद हो...