नारी नहीं कटारी हूं
नारी नहीं कटारी हूँ
मैं चलती फिरती आरी हूँ,
अबला न बेचारी हूँ
मेरे देखने मात्र से
नर विचलित हो जाते हैं ।।
मैं अपनी चितवन से
हर नर का मन...
मैं चलती फिरती आरी हूँ,
अबला न बेचारी हूँ
मेरे देखने मात्र से
नर विचलित हो जाते हैं ।।
मैं अपनी चितवन से
हर नर का मन...