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मौत इतनी तू रिझाने लगी......
मौत इतनी तू रिझाने लगी,
अपने हाथों से सिर सहलाने लगी,
सुकून इतना पहले कभी ना मिला,
तेरी गोदी में मैं जो सोने चला,
मीठी निंदिया से अब ना जगाना मुझे,
दुनिया वालो के पास ना जाना मुझे ||
मौत इतनी तू रिझाने लगी.......
अपने हाथो से सिर सहलाने लगी.....
झूठी मुस्कान कितना मैं मुस्काऊंगा ,
नकाबी पोशाक कितना मैं दोहराऊंगा,
उन तारों के बीच तू ले चल मुझे,
टिमटिमाते हुए, मुस्कुराना मुझे ||
मौत इतनी तू रिझाने लगी.......
अपने हाथो से सिर सहलाने लगी....
सारे रिश्ते खुशी- खुशी अब आजाद कर,
बस इतनी सी पूरी ,फरियाद कर |
जीते-जीते जिसे मैं भाया नहीं,
मरने पे खास बताया वही ||
मौत इतनी मुझे तू रिझाने लगी,
अपने हाथो से सिर सहलाने लगी,
सुकून इतना पहले कभी ना लगा,
तेरी गोदी में, मैं जो सोने चला!!
@Pakhi
#RIP_Sushant_Singh_Rajput
अपने हाथों से सिर सहलाने लगी,
सुकून इतना पहले कभी ना मिला,
तेरी गोदी में मैं जो सोने चला,
मीठी निंदिया से अब ना जगाना मुझे,
दुनिया वालो के पास ना जाना मुझे ||
मौत इतनी तू रिझाने लगी.......
अपने हाथो से सिर सहलाने लगी.....
झूठी मुस्कान कितना मैं मुस्काऊंगा ,
नकाबी पोशाक कितना मैं दोहराऊंगा,
उन तारों के बीच तू ले चल मुझे,
टिमटिमाते हुए, मुस्कुराना मुझे ||
मौत इतनी तू रिझाने लगी.......
अपने हाथो से सिर सहलाने लगी....
सारे रिश्ते खुशी- खुशी अब आजाद कर,
बस इतनी सी पूरी ,फरियाद कर |
जीते-जीते जिसे मैं भाया नहीं,
मरने पे खास बताया वही ||
मौत इतनी मुझे तू रिझाने लगी,
अपने हाथो से सिर सहलाने लगी,
सुकून इतना पहले कभी ना लगा,
तेरी गोदी में, मैं जो सोने चला!!
@Pakhi
#RIP_Sushant_Singh_Rajput
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