आँसुओं की भाषा
आँसुओं की भाषा ,
बयान करती है कभी खुशियाँ और कभी निराशा ।
बह जाती है खारे अश्कों में ना जाने कौन सी अनसुनी कहानी ?
जम जाते है मुख के अल्फाज और बह जाता है नैनों से पानी।
© Minotee Gokhale
बयान करती है कभी खुशियाँ और कभी निराशा ।
बह जाती है खारे अश्कों में ना जाने कौन सी अनसुनी कहानी ?
जम जाते है मुख के अल्फाज और बह जाता है नैनों से पानी।
© Minotee Gokhale