करूणा भाव
करूणा भाव की स्थिति एक निष्पक्ष दर्पण की भाँति है।
करूणा के भाव में ऐसा कुछ नहीं है जो समझ में नहीं आता हो। केवल आंतरिक भाव में निश्छल पवित्र भाव परिवर्तन करने से ही सर्व के कार्यों के प्रति करुणा का भाव प्रकट हो जाता है। जहां करुणा का भाव है वहां सब आप में है और आप सबमें हैं। "करूणा" अपने आप में बहुत बड़ी चीज है। "करुणा"...
करूणा के भाव में ऐसा कुछ नहीं है जो समझ में नहीं आता हो। केवल आंतरिक भाव में निश्छल पवित्र भाव परिवर्तन करने से ही सर्व के कार्यों के प्रति करुणा का भाव प्रकट हो जाता है। जहां करुणा का भाव है वहां सब आप में है और आप सबमें हैं। "करूणा" अपने आप में बहुत बड़ी चीज है। "करुणा"...