सब भरम है सब माया है...
सब भरम है सब माया है...
हमेशा के लिए यहां कौन आया है...
अधूरी ख्वाहिश से जन्मा था...
ख्वाइशें अधूरी ही रह जाना है...
कहता है छोटे घर में मन नहीं लगता...
मुझे बड़ा घर बनाना है...😊
दाम और मोल से सब होते काम यहां...
इनाम कुछ हकीकत के हैं,
बाकी सब खरीदे हैं इनामी यहां...
उजाला यह दुनिया का
आंखों में धूल झोंक रहा है...
वो मुस्कुराता होगा हमें देख कर,
क्या करने...
हमेशा के लिए यहां कौन आया है...
अधूरी ख्वाहिश से जन्मा था...
ख्वाइशें अधूरी ही रह जाना है...
कहता है छोटे घर में मन नहीं लगता...
मुझे बड़ा घर बनाना है...😊
दाम और मोल से सब होते काम यहां...
इनाम कुछ हकीकत के हैं,
बाकी सब खरीदे हैं इनामी यहां...
उजाला यह दुनिया का
आंखों में धूल झोंक रहा है...
वो मुस्कुराता होगा हमें देख कर,
क्या करने...