...

2 views

राम नवमी की शुभकामनाएँ

कृपा सिंधु सुखधाम रामा,
मर्यादा पुरुषोत्तम नामा।
सिय के पिया,लक्ष्मण के भ्राता,
शबरी का उद्धार किया था।।
रावण संहारण की खातिर,
विष्णु का रामावतार धरा था।
कुल की मर्यादा के वश,
निज भार्या का त्याग किया था।।