ख्वाबों को सजाने वाली मां
ख्वाबों को सजाने वाली मां
ख्वाबों में आ जाना
दुख दर्द पड़ा है मुझ पर मां
तुम हाथ बटा जाना
अपने आंचल में सर रखकर
तुम मुझको सुला जाना
ख्वाबों में सजाने वाली मां
ख्वाबों में आ जाना
मेरी मुस्कान न जाए कभी
इसलिए दर्द भी तू ने झेला है
...
ख्वाबों में आ जाना
दुख दर्द पड़ा है मुझ पर मां
तुम हाथ बटा जाना
अपने आंचल में सर रखकर
तुम मुझको सुला जाना
ख्वाबों में सजाने वाली मां
ख्वाबों में आ जाना
मेरी मुस्कान न जाए कभी
इसलिए दर्द भी तू ने झेला है
...