...

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ख्वाबों को सजाने वाली मां
ख्वाबों को सजाने वाली मां
ख्वाबों में आ जाना
दुख दर्द पड़ा है मुझ पर मां
तुम हाथ बटा जाना
अपने आंचल में सर रखकर
तुम मुझको सुला जाना
ख्वाबों में सजाने वाली मां
ख्वाबों में आ जाना

मेरी मुस्कान न जाए कभी
इसलिए दर्द भी तू ने झेला है
जब मैं जुदा हुआ तेरी नजरों से
तब दिल तेरा घबराया था
वापस फिर आकर जन्नत से
सर मेरा सहला जाना
ख्वाबों को सजाने वाली मां
ख्वाबों में आ जाना

मैं जब भी कभी रोया था
तब दिल तेरा घबराया
लाखों चेहरे हैं सुख में साथ
पर दुख में मुझे तेरा चेहरा याद आया
एक बार मुझे फिर से मां
सीने से लगा जाना
ख्वाबों को सजाने वाली मां
ख्वाबों में आ जाना
© Akash shri vastav