अभी तो मुझे बहुत कुछ करना है।
मंजिलों की तलाश थी जो
वो पूरी हो गई है
बस ठहरा हूं मैं आगे बढ़ने को
अभी तो बहुत कुछ है करने को,
कई ख्वाब समेटें हैं मैंने ख़ुद,के अंदर
अभी तो उन ख्वाबों को जीना है
और करना है पार कठिनाइयों का समंदर,
लड़कर सारी मुश्किलों से
मुझे आसमां का वो चमकता...
वो पूरी हो गई है
बस ठहरा हूं मैं आगे बढ़ने को
अभी तो बहुत कुछ है करने को,
कई ख्वाब समेटें हैं मैंने ख़ुद,के अंदर
अभी तो उन ख्वाबों को जीना है
और करना है पार कठिनाइयों का समंदर,
लड़कर सारी मुश्किलों से
मुझे आसमां का वो चमकता...