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मुझे जीने का ख्याल आता है
हों मुस्कुराहटें आपकी तो मेरे चेहरे पर नूर आता है
आप हैं दूर मुझसे तो क्या हुआ
मेरे तसव्वुर में सिर्फ़ आपका ख्याल आता है
ओढ़ लेती हूं हर सांझ यादों की चादर बुनी
ख्वाबों में अक्सर आपका अक्श नज़र आता है
यूं तो मर ही गई थी बरसो पहले कभी
आपके होने से मुझे जीने का ख़्याल आता है
है मुहब्बत आपसे कितनी
शायद ये मैं कर ना सकूं कभी लफ्जों में बयां
बस आपके इक दीदार से जुहराह-ए-रूह-ओ-नज़र हो जाता है ।
जुहराह-ए-रूह-ओ-नज़र :- brightness of soul and eyes.
© feelings
#feelings #Love&love #lost__me #WritcoQuote
आप हैं दूर मुझसे तो क्या हुआ
मेरे तसव्वुर में सिर्फ़ आपका ख्याल आता है
ओढ़ लेती हूं हर सांझ यादों की चादर बुनी
ख्वाबों में अक्सर आपका अक्श नज़र आता है
यूं तो मर ही गई थी बरसो पहले कभी
आपके होने से मुझे जीने का ख़्याल आता है
है मुहब्बत आपसे कितनी
शायद ये मैं कर ना सकूं कभी लफ्जों में बयां
बस आपके इक दीदार से जुहराह-ए-रूह-ओ-नज़र हो जाता है ।
जुहराह-ए-रूह-ओ-नज़र :- brightness of soul and eyes.
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