स्वयं का प्रेमी हू
स्वयं का प्रेमी हू,
सिर्फ अपने से प्रेम करना जानता हू।
दूसरो के प्रेम की मुझे क्या जरूरत?
जो जानते ही नही मेरी अहमियत।
दूसरो का प्रेम तो हालात के मुताबिक बदलता है,...
सिर्फ अपने से प्रेम करना जानता हू।
दूसरो के प्रेम की मुझे क्या जरूरत?
जो जानते ही नही मेरी अहमियत।
दूसरो का प्रेम तो हालात के मुताबिक बदलता है,...