4 views
मैं जिन्दगी की कहानी में...
मैं जिंदगी की कहानी में
जो किरदार निभा रही हूं
उसमे अपनों की ही तपिश में
पल पल जल रही हूं
की क्या बताऊं मैं क्या हूं
अब अल्फाज़ गायब
और लब ख़ामोश है
ठहराव मैं जिंदगी में चाहती हूं
मगर बीते लम्हों में
मैं अटक चुकी हूं
इन पन्नों पे जो लिख रही हूं
अपने आप की मनोदशा व्याख्या कर
दिल तोड़ रो रही हूं
की मैं जिंदगी की कहानी में
जो किरदार निभा रही हूं
उसमें कई दफा मर रही हूं
© ehsaas__e__jazbaat
जो किरदार निभा रही हूं
उसमे अपनों की ही तपिश में
पल पल जल रही हूं
की क्या बताऊं मैं क्या हूं
अब अल्फाज़ गायब
और लब ख़ामोश है
ठहराव मैं जिंदगी में चाहती हूं
मगर बीते लम्हों में
मैं अटक चुकी हूं
इन पन्नों पे जो लिख रही हूं
अपने आप की मनोदशा व्याख्या कर
दिल तोड़ रो रही हूं
की मैं जिंदगी की कहानी में
जो किरदार निभा रही हूं
उसमें कई दफा मर रही हूं
© ehsaas__e__jazbaat
Related Stories
2 Likes
0
Comments
2 Likes
0
Comments