वीर जवान
यह शहादतो का सिलसिला कब तक यूं ही चलता रहेगा , कब तक यू मौतों पर तिरंगे से लिपटा किसी वीर का शरीर मिलता रहेगा ।
कब तक एक माता को अपने ही औलाद के जाने का यूं मातम मनाना पड़ेगा । जो अपने ही घर पर अगली छुट्टी पर आऊंगा ऐसा कह कर गया था , वो उसके घर की छत वो उसके घर का आंगन कब तक उसकी वाट जोड़ेगा ।
क्या अब भी...
कब तक एक माता को अपने ही औलाद के जाने का यूं मातम मनाना पड़ेगा । जो अपने ही घर पर अगली छुट्टी पर आऊंगा ऐसा कह कर गया था , वो उसके घर की छत वो उसके घर का आंगन कब तक उसकी वाट जोड़ेगा ।
क्या अब भी...