...

6 views

जीवन संवार लो तुम।
गुमान न कर,
अपनी कामयाबी का,
यह सब है फल,
शिवशंकर भोलेनाथ की कृपा का।
बिन उसकी कृपा के,
मिलें न अच्छे संगी-साथी,
उसकी कृपा से ही,
हर जन में सद्बुद्धि आती।
संकटों से जब तुम उबर जाते,
मन में फूले बहुत समाते।
अपनी गौरव-गाथा तुम सबको सुनाते।
घमंड में होकर तुम चूर,
तनिक भी श्रेय प्रभु को न देते।
सच्चाई को अंगीकार करो तुम,
प्रभु महिमा को स्वीकार करो तुम।
जो बीत गया सो बीत गया,
आगे का जीवन संवार लो तुम।
© mere ehsaas