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क्या जाता तुम्हारा e-हकदार
जो मुस्कुरा कर रुक जाते एक बार तो क्या जाता तुम्हारा
उन पलों में जो कर लेते हमसे चंद मीठी बातें तो क्या जाता तुम्हारा
यूँ बाहें फैलाकर जो बांध लेते अपने प्रेम बंधन में तो क्या जाता तुम्हारा
तुमसे दूर जाते कदमों को जो रोक लेते एक बार तो क्या जाता तुम्हारा e-हकदार
© Diल की पाti (Deepa Rani)🖋..
उन पलों में जो कर लेते हमसे चंद मीठी बातें तो क्या जाता तुम्हारा
यूँ बाहें फैलाकर जो बांध लेते अपने प्रेम बंधन में तो क्या जाता तुम्हारा
तुमसे दूर जाते कदमों को जो रोक लेते एक बार तो क्या जाता तुम्हारा e-हकदार
© Diल की पाti (Deepa Rani)🖋..
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