आंसू
सावन आया है पर इश्क नहीं आंसू बरसाया है
दर्द कितना है मोहब्बत में, ये बताया है।
तुमको ही खुदा माना था, मेरे गुरूर थे तुम
कहां पता था मेरे नहीं, किसी और के थे तुम।
तुम थे तो अजीब सा...
दर्द कितना है मोहब्बत में, ये बताया है।
तुमको ही खुदा माना था, मेरे गुरूर थे तुम
कहां पता था मेरे नहीं, किसी और के थे तुम।
तुम थे तो अजीब सा...