सेवा ही धर्म है
पि छली सदी के विख्यात लेखक तथा पत्रकार सखाराम गदेड़स्कर एक बार अपने दो मित्रों के साथ स्वामी विवेकानंद जी से मिलने गए। बात करते समय विवेकानंद जी को मालूम चला कि उनमें से एक व्यक्ति पंजाब के निवासी है। उन दिनों पंजाब प्रांत में 1-2 वर्षों से बारिश नहीं हुई थी, भीषण अकाल पड़ा हुआ था। स्वामी जी ने अकाल-पीड़ितों के विषय में चिंता प्रकट की और पीड़ितों के लिए क्या-क्या राहत-कार्य किए जा रहे हैं, उस बारे में पूछताछ जीवित्पुत्रिका की। तदनन्तर वे शिक्षा तथा नैतिक एवं...