बस किसी दिन
कितनी बाते कहके भी अनकही रहे गई है तुमसे,
बस कुछ और पल, साथ मिल जाता तुम्हारा,
जब तक तुम नही गए थे,
बस इज़हार, करने के वक्त इंतजार करते रह गए
की शायद मेरी आंखों से तुम मोहब्बत देख लोगे,
की...
बस कुछ और पल, साथ मिल जाता तुम्हारा,
जब तक तुम नही गए थे,
बस इज़हार, करने के वक्त इंतजार करते रह गए
की शायद मेरी आंखों से तुम मोहब्बत देख लोगे,
की...