...

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माँ
कहा से बयां करू, कहा से खत्म करूं,
तुम मैं तो मेरी दुनिया बसती है माँ,
माँ तुम मेरी जन्नत हो, तुम ही मेरी मन्नत हो,
मेरी हर मुस्कान में तेरी खुशी है,
चोट लगने पर आती तेरी याद है,
तू ही मेरी दुनिया तू ही मेरी कायनात है,
तेरा नाम हर पल मेरी जुबान पर है,
मेरी हर कामयाबी तेरे आशीर्वाद के बिना...