मेरी मांग भर देना......By - The Sagar Raj Gupta' श्रृंगार रस कवि ....'
मैं जानती हूँ की आपकी चाहत कोई और है, फिर भी आप मुझपर एक एहसान कर देना...
मेरे मरने के बाद कब्र पर आके भी मेरी मांग भर देना ।
हर जगह बस आपका ही ख्याल आया करता है,
बारिश की बूंदे भी आपका ही शायरी सुनाया करता है,
क्यों आपको बेवफ़ा कहकर अपने आप को सज़ा दु,
जिनकी यादें मेरे सपनो को सजाया करता है।
जुदाई के गम को पी ना सकूंगी, इसीलिए आप ये काम कर देना......
मेरे मरने के बाद कब्र पर आके भी मेरी मांग भर देना ।
मैं वो हर चीज पसंद करती हूँ जो आपको पसंद है,
भूल ही गई हूँ वो चीज जो आपको नापसंद है,
मेरी और आपकी तो कोई तुलना ही नहीं है, क्योकि
मैं तो हूँ करेला सी कड़वा और आप शकरकंद है,
शिकायत तो नही है आपसे पर आप इस बात को न सरेआम कर देना ......
मेरे मरने के बाद कब्र पर आके भी मेरी मांग भर देना ।
मेरा क्या है आप उसी के साथ खुश रहना,
ये दुनिया है मतलबी , इससे हमेशा...
मेरे मरने के बाद कब्र पर आके भी मेरी मांग भर देना ।
हर जगह बस आपका ही ख्याल आया करता है,
बारिश की बूंदे भी आपका ही शायरी सुनाया करता है,
क्यों आपको बेवफ़ा कहकर अपने आप को सज़ा दु,
जिनकी यादें मेरे सपनो को सजाया करता है।
जुदाई के गम को पी ना सकूंगी, इसीलिए आप ये काम कर देना......
मेरे मरने के बाद कब्र पर आके भी मेरी मांग भर देना ।
मैं वो हर चीज पसंद करती हूँ जो आपको पसंद है,
भूल ही गई हूँ वो चीज जो आपको नापसंद है,
मेरी और आपकी तो कोई तुलना ही नहीं है, क्योकि
मैं तो हूँ करेला सी कड़वा और आप शकरकंद है,
शिकायत तो नही है आपसे पर आप इस बात को न सरेआम कर देना ......
मेरे मरने के बाद कब्र पर आके भी मेरी मांग भर देना ।
मेरा क्या है आप उसी के साथ खुश रहना,
ये दुनिया है मतलबी , इससे हमेशा...