मैं ख़ुद आईना
तू मुझको देखकर संवरे मैं खुद आईना बन जाऊं।
उतर जाए तू मुझमें और तुझे मैं देख इठलाऊं।
मेरी आंखों की दुनिया में तू खो जाए मेरी जाना,
तुझे छूकर गुलाबों की तरह तुझको मैं महकाऊं।
कभी तू रूठ जाए गर सनम मुझसे मुहब्बत में,
मनाऊं प्यार से तुझको तुझे दिल से मैं समझाऊं।
मेरी चाहत का आलम जान लो इस बात से जानम,
तुझे अपनी निगाहों से हसीं दुनिया मैं दिखलाऊं।
मुझे मिल जाओ गर तुम जिन्दगी भर के लिए तो फिर,
महल इक ताज के जैसा तेरी खातिर मैं बनवाऊं।
© Ank's
उतर जाए तू मुझमें और तुझे मैं देख इठलाऊं।
मेरी आंखों की दुनिया में तू खो जाए मेरी जाना,
तुझे छूकर गुलाबों की तरह तुझको मैं महकाऊं।
कभी तू रूठ जाए गर सनम मुझसे मुहब्बत में,
मनाऊं प्यार से तुझको तुझे दिल से मैं समझाऊं।
मेरी चाहत का आलम जान लो इस बात से जानम,
तुझे अपनी निगाहों से हसीं दुनिया मैं दिखलाऊं।
मुझे मिल जाओ गर तुम जिन्दगी भर के लिए तो फिर,
महल इक ताज के जैसा तेरी खातिर मैं बनवाऊं।
© Ank's