सावन के झूले
बचपन में जो डाले थे सावन के झूले
उस नीम की प्यारी सी छाव में
सहेलियों के साथ गुधी मैने भी झूले की डोरी
संजोया स्नहे को कोमल धागो के एहसास में
ओढ़ मस्तानी हवा की धानी चुनर जब बैठे
करते थे झूले पर
खोकर सुध बुध बहती...
उस नीम की प्यारी सी छाव में
सहेलियों के साथ गुधी मैने भी झूले की डोरी
संजोया स्नहे को कोमल धागो के एहसास में
ओढ़ मस्तानी हवा की धानी चुनर जब बैठे
करते थे झूले पर
खोकर सुध बुध बहती...