दरवाज़ा
मध्य रात यूं किसी ने दस्तक दी
मन में विविध से भाव उठे,
भय में कि, बाहर कौन हैं?
घर के भीतर से ही हुंकार लगाई।
दरवाज़ा यह उपयोगी, कवच जैसे
रक्षा करे, चयन करे
प्रविष्ट करे किसे भीतर।...
मन में विविध से भाव उठे,
भय में कि, बाहर कौन हैं?
घर के भीतर से ही हुंकार लगाई।
दरवाज़ा यह उपयोगी, कवच जैसे
रक्षा करे, चयन करे
प्रविष्ट करे किसे भीतर।...