मौन, प्यार
#WritcoPoemPrompt15
तुम्हारी आखों मे मे देखी,
वह खुशी की परछाई
छोटे छोटे फूलों का गुलदस्ता
जैसे तुम लाई
शायद तुमने पढ़
लिया था मेरे दिल को
मै भटकती नाव था
जैसे आ मिला साहिल को
प्यार पनपता आँखों से
चाहे रहो मौन
दिल पूछता नहीं फिर
तुम हो "कौन
© उत्तराखंडी Kamlesh Kandpal
तुम्हारी आखों मे मे देखी,
वह खुशी की परछाई
छोटे छोटे फूलों का गुलदस्ता
जैसे तुम लाई
शायद तुमने पढ़
लिया था मेरे दिल को
मै भटकती नाव था
जैसे आ मिला साहिल को
प्यार पनपता आँखों से
चाहे रहो मौन
दिल पूछता नहीं फिर
तुम हो "कौन
© उत्तराखंडी Kamlesh Kandpal