...

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जंज़ीरो को तोड़ कर
#जंजीर
इन जंजीरों को तोड़कर,
रुख हवा का मोड़कर,
चल रहे हैं देखो हम ,
दुनिया की परवाह छोड़ कर।

साहस है जिसने किया जीत उसने पाई है
इच्छा की ज्योति में ही चेतना समाई है।
मानव की बुद्धि प्रकाश पुंज है,
जिससे पृथ्वी जगमगाई है।

है चंद्र की आभा वह,
है सूर्य का प्रकाश वह,
सृजन कर्ता नवजीवन का,
है ईश का प्रमाण वह।

जंज़ीरो को तोड़ कर,
आँधियों को मोड़ कर,
वीर सदा ही चलते हैं,
सारे भय छोड़ कर।
#writicopoem #inspirational @tanya @varshneypriya

© Priyansh Honey Varshney