...

12 views

कया तुझे पता है ना!
प्यार ऐसा मेंने जो किया है,
तेरे साथ रहकर, ना रहकर भी,

अगर कहुं तो मेरे जेसा ना किया,
होगा प्यार किसी ने अभी तक,
स्वा, स्वा, बस स्वा ही स्वा,

में रंग हुं जिसकी तू बहार है,
में प्यास हुं मेरी तू आस है,
स्वा बस स्वा ही तो है ना,

सूरज जगे तो लगता है जेसे,
हसीन जुल्फों से तेरी में हु जगा,

मेरा दिल जेसे धड़के,
हर धड़कन में तु हे बसा,

तु ना कहे, ना समझे जो अगर,
में जो भी हुं बस तेरा ही हुं ,
स्वा ही तो सब कुछ है ना,

मेरी हर सांस तूं ही है,
कया तुझे पता है ना!.. मेरी स्वा...
तुही हर जगह मौजूद है ना!.....


© Hiren Brahmbhatt -- Hirswa