तेरी तस्वीर
पास बैठ तेरी एक तस्वीर बनाऊं
चांद तारो से उसे सजाऊ
गुलिस्तान से तेरे जैसे खूबसूरत
फूलो को लगाऊं
पास बैठ तेरी एक तस्वीर बनाऊं
रंग भरू हजार हर रंग आजमाऊ
आ अपनी कल्पना से तुझे सजाऊं
तेरे कदमों में सब कुछ बिछाऊ
करु आज श्रृंगार तेरा मैं
अपने रंगो के तुझको बनाऊं
आ तेरी तस्वीर बनाऊं
मेरी आखों...
चांद तारो से उसे सजाऊ
गुलिस्तान से तेरे जैसे खूबसूरत
फूलो को लगाऊं
पास बैठ तेरी एक तस्वीर बनाऊं
रंग भरू हजार हर रंग आजमाऊ
आ अपनी कल्पना से तुझे सजाऊं
तेरे कदमों में सब कुछ बिछाऊ
करु आज श्रृंगार तेरा मैं
अपने रंगो के तुझको बनाऊं
आ तेरी तस्वीर बनाऊं
मेरी आखों...