*मुझे लगता था*
उसकी बातों में कुछ ऐसी बात है।
कितनी भी कर लो फिर भी उससे बात करने का मन करता रहता है
एक बात कहनी थी तुम से...
तुम कितना भी गुस्सा कर लो,
नाराज़ हो,
बोले ना,
सारी बातों के जबाव सिर्फ हम्म में दो,
कितने भी ताने मार लो,
या हम दिन भर लड़ाई झगडे ही क्यूं ना करें,
फिर भी मैं तुम से जबरदस्ती बात करूंगी
क्योंकि मेरा दिल मन पेट नहीं भरता
तुम से लड़ते और...
कितनी भी कर लो फिर भी उससे बात करने का मन करता रहता है
एक बात कहनी थी तुम से...
तुम कितना भी गुस्सा कर लो,
नाराज़ हो,
बोले ना,
सारी बातों के जबाव सिर्फ हम्म में दो,
कितने भी ताने मार लो,
या हम दिन भर लड़ाई झगडे ही क्यूं ना करें,
फिर भी मैं तुम से जबरदस्ती बात करूंगी
क्योंकि मेरा दिल मन पेट नहीं भरता
तुम से लड़ते और...