उसका जिक्र हर पन्ने पर था 💔
उसको हमेशा खुश रखूं
मेरा चश्म-ए-तवज्जोह
ऐसा श्क्स बनने पर था
हर रोज मिलने आती थी वो
उसका जिक्र मेरी ख्वाब-ए-किताब के
हर पन्ने पर...
मेरा चश्म-ए-तवज्जोह
ऐसा श्क्स बनने पर था
हर रोज मिलने आती थी वो
उसका जिक्र मेरी ख्वाब-ए-किताब के
हर पन्ने पर...