गीत मेरे रहेंगे
मैं रहूं न रहूं शब्द ये मेरे रहेंगे
गीत बन मेरे प्यार की दास्तां ये कहेंगे।
हर कली से इन्होंने खिलना है सीखा
हर चमन से इन्होंने मचलना है सीखा
पत्तों की खड़खड़ाहट ने स्वर इन्हें है दिए
पक्षियों की चहचहाहट ने इन्में रस भर है दिए।
मौसम बहार के जब-जब भी आते रहेंगे
मेरे गीत ये गुनगुनाते रहेंगे
कभी सुख से...
गीत बन मेरे प्यार की दास्तां ये कहेंगे।
हर कली से इन्होंने खिलना है सीखा
हर चमन से इन्होंने मचलना है सीखा
पत्तों की खड़खड़ाहट ने स्वर इन्हें है दिए
पक्षियों की चहचहाहट ने इन्में रस भर है दिए।
मौसम बहार के जब-जब भी आते रहेंगे
मेरे गीत ये गुनगुनाते रहेंगे
कभी सुख से...