पहचान
बनेगा जो सास्वत वही आधार होगा,
पहचान तेरा नाम अपितु काम होगा;
आख़िरी सांस लेने से पहले,
ये ज़िंदगी तेरे नाम से गुजर होगा।
उठ, निकल चल आगे,
पीछे ना मुड़ फिर से ना रुक,
ज़िन्दगी है एक सफ़र, तू उसमें सफलता के सफ़र पर जाएगा,
बनेगा तेरा नाम वह अमानत, जो लोगों के दिल में बसा रहेगा।
जब तू बनेगा उन सपनों का राजा,
जो अभी तेरे ज़ेहन में हैं बसा।
वह दिन नहीं दूर है जब तेरे कदमों में होगा ये ज़मीन,
तेरी जीत की जयघोष सुनाई देगी हर जगह और हर रंग में दिखेगा तेरा तर्जुमा।
जब तू बनेगा अपने सपनों का पुरस्कार,
तब तुझमें होगा वह जोश, जो अभी तक था अधूरा।
बस उतार दे अब उस दरवाज़े को,
जो तुझे अभी तक रोका था तेरे अंदर की ताकत को।
बस एक बात याद रखना ज़िन्दगी में,
कभी हार न मानना बस हर बार जीतने की कोशिश करना।
बनेगा जो सास्वत वही आधार होगा,
पहचान तेरा नाम अपितु काम होगा;
आख़िरी सांस लेने से पहले,
ये ज़िंदगी तेरे नाम से गुजर होगा।
© Shristi