** रंग तिरंगे का **
रक्त बहाये देश के जवानों ने
तब कही जाकर ब्रिटिश हूकूमत की
अकल ठिकाने आई है, देश की आज़ादी
वीरों के कठिन परिश्रम की कमाई है
तीन रंगों पर नहीं टिका यह तिरंगा
ये वीर शहिदों के लहू से रंगाई है ।।
भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू
झूल गये थे फांसी पर
लाला लाजपत राय व मदनलाल ढींगरा
जैसे शहिदों ने लाठियां भी खाई है
तीन...
तब कही जाकर ब्रिटिश हूकूमत की
अकल ठिकाने आई है, देश की आज़ादी
वीरों के कठिन परिश्रम की कमाई है
तीन रंगों पर नहीं टिका यह तिरंगा
ये वीर शहिदों के लहू से रंगाई है ।।
भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू
झूल गये थे फांसी पर
लाला लाजपत राय व मदनलाल ढींगरा
जैसे शहिदों ने लाठियां भी खाई है
तीन...