माँ तेरी नज़र उतार दू!
तेरे पल्लू में बंधे फुरसतों के वो पल
आज तुझ पे निसार दूं
माँ बैठ मेरे पास! मैं तेरी नज़र उतार दूं,
सखी सहेली मेरी गुरु और शिक्षक
कभी बन जाती जीवन रक्षक
बनके तेरी परछाई खुशियों को वार दूं
माँ बैठ मेरे पास! मैं...
आज तुझ पे निसार दूं
माँ बैठ मेरे पास! मैं तेरी नज़र उतार दूं,
सखी सहेली मेरी गुरु और शिक्षक
कभी बन जाती जीवन रक्षक
बनके तेरी परछाई खुशियों को वार दूं
माँ बैठ मेरे पास! मैं...