इन जंजीरों को तोड़कर
#जंजीर
इन जंजीरों को तोड़कर
रुख हवा का मोड़कर
चल रहे हैं देखो हम
घर बनाने के लिए घर छोड़कर
सब ठीक होने की आस रखूं
अपनों को दिल के पास रखूँ
पैसों को भगवान बनाया
पैसों पर क्यों मरता है
जन्म मिला इंसान का
तू गधे सी मेहनत करता है
कुछ ना रहेगा पास तेरे
चला जाएगा कफन ओढ़ कर
घर का चिराग चला देखो
घर बनाने घर को छोड़कर
© Rohit kumar Tiwari
इन जंजीरों को तोड़कर
रुख हवा का मोड़कर
चल रहे हैं देखो हम
घर बनाने के लिए घर छोड़कर
सब ठीक होने की आस रखूं
अपनों को दिल के पास रखूँ
पैसों को भगवान बनाया
पैसों पर क्यों मरता है
जन्म मिला इंसान का
तू गधे सी मेहनत करता है
कुछ ना रहेगा पास तेरे
चला जाएगा कफन ओढ़ कर
घर का चिराग चला देखो
घर बनाने घर को छोड़कर
© Rohit kumar Tiwari