जमी हुई घड़ी..
#जमीहुईघड़ी
वक्त ठहरा रहा, लेकर आंख में नमी,
कुछ परोसा गया, थी न कोई कमी।
टूटकर आसमां से इक परिंदा गिरा,
भला कबतक संभालेगी उसको जमी।
वक्त जब आखिरी शोर करता...
वक्त ठहरा रहा, लेकर आंख में नमी,
कुछ परोसा गया, थी न कोई कमी।
टूटकर आसमां से इक परिंदा गिरा,
भला कबतक संभालेगी उसको जमी।
वक्त जब आखिरी शोर करता...