➡️मां का आंचल ⬅️
तुम चलते रहो
राहै पकड़ते हो
चाहे कितना ही बड़ा बन जाओ
पर कभी इसे मत भूलना की
तुम्हें चलना सिखाने वाली तुम्हारी मां ही है
खुद बारिश में भीग कर
आंचल से तुम्हें सुरक्षा करने वाली
तुम्हारी मा ही है
और वह मा ही है जो तुम्हारी तरक्की पर सबसे खुश होगी।
आगे बढ़ो मेरे दोस्त पर कभी इसे मत भूलना
की वह मा ही है....🥺🥺🥺
तुम्हारा एकमात्र शिक्षक,रक्षक, और शुभचिंतक।
© Tanmon Borah
राहै पकड़ते हो
चाहे कितना ही बड़ा बन जाओ
पर कभी इसे मत भूलना की
तुम्हें चलना सिखाने वाली तुम्हारी मां ही है
खुद बारिश में भीग कर
आंचल से तुम्हें सुरक्षा करने वाली
तुम्हारी मा ही है
और वह मा ही है जो तुम्हारी तरक्की पर सबसे खुश होगी।
आगे बढ़ो मेरे दोस्त पर कभी इसे मत भूलना
की वह मा ही है....🥺🥺🥺
तुम्हारा एकमात्र शिक्षक,रक्षक, और शुभचिंतक।
© Tanmon Borah