"इश्क़ का मुकाम",,,
इश्क़ ने हमें वो मक़ाम दिया
जो ख़्वाबों ने भी न कभी नाम लिया,,
दिल को ठहराव, रूह को सुकून,
जैसे साहिल ने हर तूफ़ान पिया,,
दुनिया के उसूलों से परे चल दिए,
इश्क़ ने जो अपना पैग़ाम दिया,,...
जो ख़्वाबों ने भी न कभी नाम लिया,,
दिल को ठहराव, रूह को सुकून,
जैसे साहिल ने हर तूफ़ान पिया,,
दुनिया के उसूलों से परे चल दिए,
इश्क़ ने जो अपना पैग़ाम दिया,,...