❤मुसाफ़िर दिल❤
दिल तो अकेला मुसाफ़िर है,
जहाँ चाहेगा ठहर जाएगा..
दर्द का सबब बनकर मिला जो भी,
वो घाव भी इक दिन भर जाएगा..
यहाँ कुछ भी मुकम्मल नहीं रहता,
ये वक्त...
जहाँ चाहेगा ठहर जाएगा..
दर्द का सबब बनकर मिला जो भी,
वो घाव भी इक दिन भर जाएगा..
यहाँ कुछ भी मुकम्मल नहीं रहता,
ये वक्त...