...

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imagination emotions
घर में दो कुुर्सियां है मेरे
"एक पे में दूसरे में परछाई तेरी"
दो खिड़कियाँ भी है
"एक से बरबादी दूसरे मे देहलीज तेरी"
दो अल्मारिया भी है
"एक में समान दूसरे में यादे तेरी"
दो कप भी है
"एक में चाय दूसरे में चाहत तेरी"
दो आईने भी है
"एक मे ख़ुशहाली दूसरे में तस्वीर तेरी"
दो ख्वाहिशें भी हैं
"तू मिले मुझे दूसरे में यादों से जुदाई तेरी"!
© n_se_nik