मात्र अपवाद था
तुमने कभी चाँद सितारे तोड़
लाने के वादे नहीं दिए मुझे ,
मगर ' तुम कर सकती हो '
कहकर सदा ही मेरा मनोबल बढ़ाया ,
तुमने कभी मेरी बिन्दी ,
मेरे झुमके पर , कविताएँ नहीं लिखीं ,
मगर मेरे हाथों में...
लाने के वादे नहीं दिए मुझे ,
मगर ' तुम कर सकती हो '
कहकर सदा ही मेरा मनोबल बढ़ाया ,
तुमने कभी मेरी बिन्दी ,
मेरे झुमके पर , कविताएँ नहीं लिखीं ,
मगर मेरे हाथों में...